नींबू से खतरनाक वशीकरण
नींबू से खतरनाक वशीकरण, सब्जी और फल, दोनों ही श्रेणियों में एकसमान पहचान रखने वाला हरा-पीला रंग का नीबू अपने खट्टे स्वाद के कारण जाना जाता है। यह अगर मन-मस्तिष्क को खटास से भर देता है, तो इसकी उपयोगिता के पीछे मिठास अर्थात सकारात्मकता की भावना भी छिपी होती है। यह खाने-पीने की विचित्रताओं से भरा होता है, जबकि इससे इंसान की मनोदशा भी तेजी से व्यापक तौर पर प्रभावित होती है।
यह असर ठीक उसी तरह उतनी ही तेजी से होता है, जितना तीब्र प्रभाव जीभ पर पड़ने वाली एक बूंद का होता है। चेहरे की भाव-भंगिमा और मनोदशा को बदल डालने वााला यही विशेष गुण किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर लेता है और लंबे समय तक अपने वश में बनाए रखता है।
व्यक्ति पर इसी चमत्कारी प्रभाव की वजह से ही इसका उपयोग सदियों से वशीकरण के किया जाता रहा है। यह पूजा-पाठ एवं जादू-टोने, टोटके और तंत्र-मंत्र की विभिन्न साधनाएं के जरिए संपन्न होता है। वशीकरण के कुछ अनुष्ठान और साधनाएं तो बेहद खतरनाक होती हैं, जिसका असर कभी खत्म नहीं होता है।
नींबू पर नाम से वशीकरण
किसी भी स्त्री या पुरुष का वशीकरण नींबू पर नाम लिखकर किया जा सकता है। अगर आप किसी विपरीत लिंग के व्यक्ति को हमेशा के लिए अपना बनाना चाहते हैं। उसके दिल में प्यार की अगन लगाना चाहते हैं,
उसके यौनाकर्षण और यौन आकांक्षा को प्रबल बनाना चाहते है। उसे प्यार में जुनूनी बनाया जा सकता है, यानी कि प्रेम-संबंधों और यौन संबंधों में वृद्धि लाने के लिए नींबू का जादूई प्रयोग निम्न प्रकार से करें।
- सामान्य आकार का एक पीला नींबू ले। साथ में पीसी हुई हल्दी की एक पुड़िया, सफेद कागज, लाल रूमाल और सिंदूर भी रखें।
- नींबू पर उसके नाम का पहला अक्षर हल्दी से लिखे, जिसे वश में करना चाहते हैं। कागज पर पूरा नाम लिखें और नींबू को उसपर रखकर रूमाल में लपेट लें। इतनी तैयारी माह के किसी भी शुक्रवार की रात को ही कर लें।
- इन सामग्रियों के साथ अगले शानिवार की सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कर साफ धुले हुए कपड़े पहनकर निकट के मंदिर जाएं। सभी देची-देवताओं के आगे शीश झुकाएं। प्रिय व्यक्ति के नाम का स्मरण करते हुए हाथ जोड़ें और अपनी मनोकामना पूरी करने की मांग करें।
- उसके बाद सभी सामग्रियों को नदी में प्रवाहित कर दें, या फिर वहीं मंदिर परिसर में किसी पेड़ की जड़ के पास रख दें।
- वापस घर आकर दिए गये मंत्र का 111 बार 11 दिनों तक लगातार जाप करें। ध्यान रहे कि यह सब प्रक्रिया सुबह सूर्योदय तक पूर्ण हो जानी चाहिए। मंत्र है- ज्ञानी न मपि चेतांसि देवी भगवती हिंसा ग्रहा बलादा कृष्य मोहाय महामाया परयकस्टी!
दूसरा मंत्र और उपायः वशीकरण के इस इस प्रयोग को कुछ आवश्यक सतर्कता के साथ किया जाना चाहिए। वशीकरण में नींबू का उपयोग वशीकरण लौंग के समान असरकारी होता है। यह किसी भी व्यक्ति के लिंग या उम्र की परवाह किए बगैर उस व्यक्ति को नियंत्रित करने के लिए बहुत आसान तरीकों में से एक है।
इस वशीकरण नींबू मंत्र को जाप से पानी में मिला दिया जाता है। इस पानी को पिलाकर वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति को आप नियंत्रण में लाया जा सकता है। किया जाने वाला प्रयोग इस प्रकार से करें-
- यह प्रयोग सोमवार को करें और इस बारे में किसी को भी नहीं बताएं। कोशिश करें कि कोई देखने भी नहीं पाएं। इस कारण यह प्रयोग सूर्योदय से पहले चार और पांच बजे के बीच किया जाना चाहिए।
- दो पीले नींबू लें और उसपर लाल स्याही या सिंदूर से नाम लिख दें। उसके बाद किसी सुनसान चैराहे पर जाकर एक नींबू को काट दें। वहीं दिए गए मंत्र का तीन बार जाप करें और कटे नींबू को छोड़कर वापस घर आ जाएं।
- वापस घर आकर पीले रंग का आसन बिछाएं और दूसरे नींबू को हाथ में लेकर वशीकरण किए जाने वाले नाम स्मरण करते हुए दिए गए मंत्र का 151 बार जाप करें। इसमें अमूक शब्द की जगह व्यक्ति का नाम उच्चारित करें।
- म्ंात्रः ओम विवशु त्रिव्स नब्वस क्वेर रयि अमुक नग्दस मब्स्जद ह्री ह्रीं नमो!
- अंत नींबू का चीनी के साथ एक ग्लास शरबत बनाएं और पी लें। यदि संभव हो तो इस शरबत को वशीकरण किए जाने वाले को भी पिला दें। इस प्रयोग को पांच सोमवार करें।
वासना जगाने जैसा वशीकरण
यदि किसी स्त्री को ऐहसास हो कि उसके पति के साथ रिश्ते में खटास आ गई है। उसके साथ प्यार-मोहब्बत की मधुरता कम हो गई है, तो वह खट्टे नींबू से वशीकरण प्रयोग कर उसमें यौनाकर्षण जागृत कर सकती है।
इससे गजब का सम्मोहन बढ़ता है और प्यार का वांछित प्रभाव तुरंत दिखता है। वशीभूति व्यक्ति पूरी तरह से नियंत्रण में रहता है। ध्यान रहे कि इसे अनैतिक संबंध बनाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। तरीका इस प्रकार है-
- यह प्रयोग एक नींबू के साथ प्रातः किया जाता है। इसमें नींबू पर सिंदूर से नाम लिखकर मंत्र का 111 बार जाप किया जाता है।
- मंत्र है- ऊँ नमो नारायाणय सर्व लोकान मम वशय कुरु कुरु स्वः
- इसकी शुरूआत सोमवार से करें और लगातार सात दिनों तक करें। प्रातः सूर्योदय से पहले स्नानआदि कर एक अपने घर के पूजा स्थल पर बैठ जाएं। नींबू पर अपने प्रिय का नाम पिसी हुई हल्दी और चंदन से लिखें।
- नींबू को दोनों हथेलियों से प्रार्थना की मुद्रा में पकड़ लें। उसके बाद मंत्र का जाप करें।
- जाप पूरा होने पर कामदेव से अपनी मनोकामना पूर्ण करने की याचना करें। इसी के साथ देवी भगवती से सुख-समृद्धि की कामना करें।
- नींबू को काटकर आधे नींबू का शरबत बनाएं और पी लें। आधे नींबू का शरबत अपने प्रिय को पिलाएं। जिस तेजी से नींबू की खटास में चीनी घुलकर मधुर मिठास में बदल जाती है उसी तरह से संबंधों मे मधुरता घुलं सकती है।
- इस प्रयोग के सात दिन पूरा होते-होते आप अपने जीवनसाथी में बदलाव महसूस करेंगे। यह बदलाव आपको यौनाकर्षण की ओर अग्रसारित करेगा। इससे हासिल होने वाली वासना सकारात्मक परिणाम के लिए होगी।
- इस प्रयोग को विवाहित दंपतियों द्वारा ही किया जाना चाहिए, कारण इसका असर यौन संबंध बनाने के लिए प्रेरित करता है। किसी दूसरे पर डोरे डालने या वासना की पूर्ति के लिए तो कतई इसका प्रयोग नहीं करें। इसके आजीविका से जुड़़े दूसरे हानिकर परिणाम आ सकते हैं,